प्रेम कहूँ या परमेश्वर कहूँ तुझे, प्यार में तेरा नाम छिपा! प्रेम कहूँ या परमेश्वर कहूँ तुझे, प्यार में तेरा नाम छिपा!
जब उत्कंठा हो स्पर्श की जब उत्कंठा हो स्पर्श की
गुरु ही साज और गुरु ही वाद्य है। गुरु ही भजन और गुरु ही भोजन है। गुरु ही जप और गुरु ही वंदना ह... गुरु ही साज और गुरु ही वाद्य है। गुरु ही भजन और गुरु ही भोजन है। गुरु ही ज...
खुशियाँ भरमार है, उड़ते गुलाल है, रंग लाल -लाल है, मस्ती मे डूबा सारा संसार है। खुशियाँ भरमार है, उड़ते गुलाल है, रंग लाल -लाल है, मस्ती मे डूबा सारा संसार है...
ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सबक लेगा कौन? ये हादसों का दौर है ये हादसों का दौर। गर ना हो जीवन में तो हादसों से,सब...
आसपास हैं सब लोग फिर भी ना जाने क्यूं मन अकेला है, मेरी अन्धेर भरी जिन्दगी ढूँढती सवे आसपास हैं सब लोग फिर भी ना जाने क्यूं मन अकेला है, मेरी अन्धेर भरी जिन्दगी...