हिन्दीकविता hindikavita lovelanguage जगत का प्रेम क्षणिक है प्रकृति उसकी दीवानी है प्रेम अनंत विशाल ह्रदय वंदना त्योहार है होली का का हादसों दौर है ख़ालीपन डेरा है

Hindi खुदावंद का प्रेम अनंत है Poems